मुक्ति

मुक्ति जीते जी ही सम्भव है,

मर कर कोई मुक्त नहीं होता

जैसे आप बीमारी से पीड़ित आज हो तो दवा भी आज ही चाहिए,

मरने के बाद नहीं, मरने के बाद दवाई का क्या करोगे।