निडर

ज्ञान व्यक्ति को आत्म-समर्पण और साहस से भरपूर बनाता है, जिससे वह जीवन के चुनौतीपूर्ण पहलुओं का सामना कर सकता है।

ज्ञानी तो निर्भय भया, मानै नहीं संक।

इन्द्रिन केरे बसि परा, भुगते नरक निशं